ग्लेन मैक्सवेल ने आईपीएल में एक शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। आईपीएल 2025 का आगाज उनके लिए बेहद खराब रहा। पंजाब किंग्स के लिए गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेलते हुए वे अपना खाता तक नहीं खोल पाए और एक ऐसा रिकॉर्ड बना गए, जिसे कोई भी खिलाड़ी अपने नाम नहीं करना चाहेगा। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे मैक्सवेल ने यह अनचाहा रिकॉर्ड बनाया और उनके आईपीएल करियर का क्या हाल रहा है।
आईपीएल 2025 की शुरुआत 25 मार्च 2025 को हुई, और इसी दिन पंजाब किंग्स का पहला मुकाबला गुजरात टाइटंस से था। इस मैच में मैक्सवेल नंबर पांच पर बल्लेबाजी करने आए। गुजरात टाइटंस के स्पिनर साई किशोर की पहली ही गेंद पर मैक्सवेल ने रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके पैड पर लगी और अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट करार दे दिया। मैक्सवेल ने रिव्यू नहीं लिया और पवेलियन लौट गए। बाद में रिप्ले में पता चला कि गेंद स्टंप्स के ऊपर से जा रही थी, यानी वह आउट नहीं थे। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। यह उनकी पहली गेंद पर आउट होने की घटना थी, जिसे गोल्डन डक कहते हैं।
इसके साथ ही मैक्सवेल ने आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। अब तक उन्होंने आईपीएल में 19 बार डक लिया है, जो रोहित शर्मा और दिनेश कार्तिक से एक ज्यादा है। दोनों के नाम 18-18 डक हैं। मैक्सवेल के लिए यह बेहद निराशाजनक पल था, क्योंकि पंजाब किंग्स ने उन्हें 4.20 करोड़ रुपये में खरीदा था, और उनसे बड़ी उम्मीदें थीं। लेकिन पहले ही मैच में उनका यह प्रदर्शन प्रशंसकों के लिए झटका साबित हुआ।
मैक्सवेल का आईपीएल करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा है। वे 2012 से इस लीग का हिस्सा हैं और मुंबई इंडियंस, दिल्ली डेयरडेविल्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और पंजाब किंग्स जैसी टीमों के लिए खेल चुके हैं। उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी और बड़े शॉट्स खेलने की काबिलियत ने उन्हें फैंस का चहेता बनाया। लेकिन उनकी असंगतता हमेशा सवालों के घेरे में रही। 2014 में पंजाब किंग्स के लिए खेलते हुए उन्होंने 552 रन बनाए थे और टीम को फाइनल तक पहुंचाया था। उस सीजन में उनका स्ट्राइक रेट 187.75 था, जो उनकी प्रतिभा का सबूत है। लेकिन इसके बाद के सीजन में उनका प्रदर्शन फीका रहा।
पिछले सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलते हुए मैक्सवेल ने 10 मैचों में सिर्फ 52 रन बनाए थे। उनका औसत 5.77 और स्ट्राइक रेट 120.93 रहा। चार बार वे शून्य पर आउट हुए थे। इस खराब फॉर्म के बाद पंजाब किंग्स ने उन पर फिर से भरोसा जताया, लेकिन पहले मैच में उनका फ्लॉप होना टीम के लिए चिंता का विषय बन गया।
मैच की बात करें तो पंजाब किंग्स ने कप्तान श्रेयस अय्यर के 42 गेंदों में नाबाद 97 रनों की बदौलत 243 रन बनाए। शशांक सिंह ने 16 गेंदों में 44 रन जोड़े। लेकिन मैक्सवेल का योगदान शून्य रहा। अब सवाल यह है कि क्या मैक्सवेल इस सीजन में वापसी कर पाएंगे? उनके पास प्रतिभा है, लेकिन क्या वे इसे साबित कर पाएंगे? यह देखना दिलचस्प होगा।